कुम्भ 2025 के विशेष अनुष्ठान और कार्यक्रम
नमश्चण्डिकायै!
सभी साधकों को सूचित करते हुए परम आनंद हो रहा है कि कुम्भ 2025 के आयोजन के अंतर्गत अनेक दिव्य अनुष्ठान और कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं। पूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन और विभिन्न अतिथियों की सहमति से यह आयोजन विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा और साधना के लिए अमूल्य अवसर प्रदान करेगा।
विशेष अनुष्ठान:
1. लक्षलिंग कमल बिल्वार्चन
- तिथि: 19 जनवरी 2025 से 28 जनवरी 2025 तक
- विवरण: इस दिव्य अनुष्ठान में एक लाख मृतिका (मिट्टी) के शिवलिंग स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक शिवलिंग पर कमल पुष्प और बिल्वपत्र अर्पित कर अभिषेक किया जाएगा। प्रतिदिन 10,000 शिवलिंगों का पूजन होगा।
- सहभागिता: यह अनुष्ठान सभी साधकों के लिए खुला है, चाहे वे दीक्षित हों या अदीक्षित।
2. सहस्रचंडी महायज्ञ
- तिथि: 30 जनवरी 2025 से 09 फरवरी 2025 तक
- विवरण: इस महायज्ञ में दुर्गा सप्तशती के 1000 आवृत्ति पाठ का आयोजन होगा।
- शर्तें: केवल वही साधक इस अनुष्ठान में आचार्य की भूमिका में होंगे, जिन्होंने गुरु परंपरा से नवार्ण मंत्र की दीक्षा प्राप्त की हो और उसका पुरश्चरण संपन्न किया हो।
- दीक्षा: कुम्भ 2025 में योग्य और उत्सुक साधकों को दीक्षा दी जाएगी। इसकी तिथि शीघ्र ही घोषित की जाएगी।
- अन्य सहभागिता: अन्य साधक इस महायज्ञ में सहयोगी की भूमिका निभा सकते हैं।
सभी साधकों से अनुरोध:
- पंजीकरण: इच्छुक साधक हमारी वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण करें। दोनों अनुष्ठानों के लिए पृथक पंजीकरण आवश्यक है।
- निर्देश:
- लक्षलिंग कमल बिल्वार्चन में भाग लेने के लिए साधकों को आवश्यक सामग्री जैसे कमल पुष्प और बिल्वपत्र अपने साथ लाना होगा।
- सहस्रचंडी महायज्ञ में भाग लेने के लिए पूर्व दीक्षा प्रमाण और पुरश्चरण का विवरण आवश्यक होगा।
- संपर्क: विस्तृत जानकारी और अन्य आवश्यकताओं के लिए हमारी वेबसाइट पर संपर्क विवरण देखें।
अनुष्ठानों का उद्देश्य:
यह आयोजन समस्त साधकों को आत्मिक उन्नति, शुद्धि, और चैतन्य शक्ति के मार्ग पर अग्रसर करने का दिव्य अवसर प्रदान करेगा।