Date: Friday, 2025-12-5
Time: 01:58:00 PM
Location: 30.3165°N, 78.0322°E, 600m (Dehradun)
नाम: सिद्धार्थी
विक्रम सम्वत्: 2082
शक सम्वत्: 1947
कलि सम्वत्: 5126
विक्रम सम्वत्: 2082
शक सम्वत्: 1947
युधिष्ठिर सम्वत्: 5164 Alpha
परशुराम सम्वत्: 8202 Alpha
कलि सम्वत्: 5126
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा: 2025-03-30
उदयकालिक: प्रतिपदा (नन्दा तिथि)
पूर्णता: 11.26%
वर्तमान: मृगशिरा
पाद: 1
उदयकालिक: सिद्ध
पूर्णता: 94.19%
उदयकालिक: बालव
पूर्णता: 22.51%
अमान्त: मार्गशीर्ष
पूर्णिमान्त: पौष
पक्ष: कृष्ण
राशि: वृश्चिक
मास: कार्तिक (गढ़वाली: कार्तिक ) Alpha
गति: 19 प्रविष्टे
उदय: 07:00 IST
अस्त: 17:17 IST
मध्य पारगमन: 12:08 IST
उदय: 16:28 IST
अस्त: 07:23 IST
मध्य पारगमन: 23:53 IST
वर्तमान राशि: वृश्चिक
ऋतु: हेमन्त
अयन: दक्षिणायने
राशि में स्थिति: 19.23° (10.77° to next)
राशि प्रवेश: 2025-11-16
वर्तमान राशि में दिन: 19 दिन
अगली राशि: धनु
अगली संक्रांति: 2025-12-16
🌙 चन्द्र - अग्निचक्र चन्द्र में होने से यज्ञादि कर्म लाभदायक
🌸 गौरी पार्श्व में - सुख और सम्पदा
| ग्रह | राशि | स्थिति | नक्षत्र | गति | वेग | समय (IST) | अवस्था | उदय/अस्त |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| ⌂ लग्न | मीन | 19° 49' 50" | रेवती पाद 1 | - | - | - | - | - |
| ☉ सूर्य | वृश्चिक | 19° 13' 54" | ज्येष्ठा पाद 1 | मार्गी | 1.0019° |
07:00 IST 17:17 IST 12:08 IST |
कुमार | उदय |
| ☽ चन्द्र | वृषभ | 24° 44' 28" | मृगशिरा पाद 1 | मार्गी | 15.2825° |
16:28 IST 07:23 IST 23:53 IST |
बाल | उदय |
| ☿ बुध | तुला | 28° 54' 33" | विशाखा पाद 3 | मार्गी | 0.7782° |
05:22 IST 16:10 IST 10:46 IST |
मृत | उदय |
| ♀ शुक्र | वृश्चिक | 11° 27' 4" | अनुराधा पाद 3 | मार्गी | 1.2508° |
06:23 IST 16:48 IST 11:36 IST |
वृद्ध | अस्त |
| ♂ मंगल | वृश्चिक | 28° 18' 39" | ज्येष्ठा पाद 4 | मार्गी | 0.7399° |
07:45 IST 17:50 IST 12:48 IST |
बाल | अस्त |
| ♃ बृहस्पति | कर्क | 0° 0' 38" | पुनर्वसु पाद 4 | 🔄 वक्र गति | -0.0733° |
20:08 IST 10:02 IST 03:03 IST |
मृत | उदय |
| ♄ शनि | मीन | 0° 59' 2" | पूर्व भाद्रपद पाद 4 | मार्गी | 0.0130° |
13:13 IST 00:58 IST 19:06 IST |
मृत | उदय |
| ☊ राहु | कुम्भ | 19° 21' 39" | शतभिषा पाद 4 | 🔄 वक्र गति | -0.0530° | - | - | - |
| ☋ केतु | सिंह | 19° 21' 39" | पूर्व फाल्गुनी पाद 2 | 🔄 वक्र गति | -0.0530° | - | - | - |
| 🔢 # | 📛 नाम | 🕉️ प्रकार | 🕰️ आरंभ | ⏳ समाप्ति | ⏱️ अवधि |
|---|---|---|---|---|---|
| 1 | रुद्र | अशुभ | 07:00 IST | 07:41 IST | 41 minutes |
| 2 | अहि | अशुभ | 07:41 IST | 08:22 IST | 41 minutes |
| 3 | मित्र | शुभ | 08:22 IST | 09:03 IST | 41 minutes |
| 4 | पितृ | अशुभ | 09:03 IST | 09:44 IST | 41 minutes |
| 5 | वसु | शुभ | 09:44 IST | 10:25 IST | 41 minutes |
| 6 | वाराह | शुभ | 10:25 IST | 11:06 IST | 41 minutes |
| 7 | विश्वदेव | शुभ | 11:06 IST | 11:47 IST | 41 minutes |
| 8 | अभिजित | शुभ | 11:47 IST | 12:29 IST | 41 minutes |
| 9 | सतमुखी | अशुभ | 12:29 IST | 13:10 IST | 41 minutes |
| 10 | पुरुहुत | अशुभ | 13:10 IST | 13:51 IST | 41 minutes |
| 11 | वाहिनी | अशुभ | 13:51 IST | 14:32 IST | 41 minutes |
| 12 | नैर्ऋति | अशुभ | 14:32 IST | 15:13 IST | 41 minutes |
| 13 | वरुण | शुभ | 15:13 IST | 15:54 IST | 41 minutes |
| 14 | अर्यमा | शुभ | 15:54 IST | 16:35 IST | 41 minutes |
| 15 | भग | अशुभ | 16:35 IST | 17:17 IST | 41 minutes |
| 🔢 # | 📛 नाम | 🕉️ प्रकार | 🕰️ आरंभ | ⏳ समाप्ति | ⏱️ अवधि |
|---|---|---|---|---|---|
| 1 | गिरीश | अशुभ | 17:17 IST | 18:11 IST | 55 minutes |
| 2 | अजपाद | अशुभ | 18:11 IST | 19:06 IST | 55 minutes |
| 3 | अहिरबुध्न्य | शुभ | 19:06 IST | 20:01 IST | 55 minutes |
| 4 | पुष्णव | शुभ | 20:01 IST | 20:56 IST | 55 minutes |
| 5 | अश्विनी | शुभ | 20:56 IST | 21:51 IST | 55 minutes |
| 6 | यम | अशुभ | 21:51 IST | 22:46 IST | 55 minutes |
| 7 | अग्नि | शुभ | 22:46 IST | 23:41 IST | 55 minutes |
| 8 | विधाता | शुभ | 23:41 IST | 00:36 IST | 55 minutes |
| 9 | कण्ड | शुभ | 00:36 IST | 01:31 IST | 55 minutes |
| 10 | अदिति | शुभ | 01:31 IST | 02:26 IST | 55 minutes |
| 11 | अमृत | शुभ | 02:26 IST | 03:21 IST | 55 minutes |
| 12 | विष्णु | शुभ | 03:21 IST | 04:16 IST | 55 minutes |
| 13 | अर्क | शुभ | 04:16 IST | 05:11 IST | 55 minutes |
| 14 | ब्रह्म | शुभ | 05:11 IST | 06:06 IST | 55 minutes |
| 15 | समुद्र | शुभ | 06:06 IST | 07:01 IST | 55 minutes |
ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णुः नमः परमात्मने पुरुषोत्तमाय ॐ तत्सत् अद्यैतस्य विष्णोराज्ञया जगत्सृष्टिकर्मणि
प्रवर्तमानस्य ब्रह्मणो द्वितीयपरार्द्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे कलियुगे तत्प्रथमचरणे
जम्बूद्वीपे भारतवर्षे भरतखण्डे विष्णुप्रजापतिक्षेत्रे क्षेत्रे
....... प्रदेशान्तर्गत ....... जिलान्तर्गत ........... स्थाने बौद्धावतारे
सिद्धार्थी नाम संवत्सरे 2082 विक्रमाब्दे 1947 शकाब्दे
दक्षिणायने हेमन्त ऋतौ मार्गशीर्षमासे
कृष्णपक्षे
वृषभराशिस्थिते चन्द्रे
वृश्चिकराशिस्थिते सूर्ये
कर्कराशिस्थिते देवगुरौ
वृश्चिकराशिस्थिते भौमे
तुलाराशिस्थिते बुधे
वृश्चिकराशिस्थिते शुक्रे
मीनराशिस्थिते शनौ
कुम्भराशिस्थिते राहौ
सिंहराशिस्थिते केतौ सर्वेषु ग्रहेषु यथास्वं राशि स्थितेषु सत्सु एवं ग्रहगण विशिष्टायां शुभ पुण्यतिथौ
प्रतिपदायां तिथौ
शुक्रवासरे
मृगशिरा नाम नक्षत्रे
सिद्ध योगे
बालव करणे
_______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मा/वर्मा/गुप्तोऽहं
ममात्मनः सर्वारिष्टनिरसनपूर्वक सर्वपापक्षयार्थं मनसेप्सितफलप्राप्तिपूर्वक—श्रुतिस्मृतिपुराणोक्तफलप्राप्त्यर्थं दीर्घायुरारोग्यैश्वर्यादिवृद्ध्यर्थं श्रीसाम्बसदाशिवप्रीत्यर्थञ्च लिङ्गोपरि
यथोपचारैः श्रीसाम्बसदाशिवपूजनपूर्वकं जलधारया षडङ्गरुद्रेण/रुद्रैकादशिन्या/लघुरुद्रेण रुद्राभिषेकं _______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मणा ब्राह्मणद्वारा कारयिष्ये वा स्वयं कर रहे हों तो
अहं करिष्ये कहकर हाथका सङ्कल्पजल आदि छोड़ दे।
पुनः हाथमें जल, अक्षत, पुष्प तथा कुश लेकर बोले- तदङ्गत्वेन कार्यस्य निर्विघ्नतया सिद्धयर्थं श्रीसिद्धलक्ष्मीसहितमहागणपतिदेवता
प्रीत्यर्थञ्च आदौ श्रीसिद्धलक्ष्मीसहित महागणपतिदेवताया: पूजनं करिष्ये, कहकर हाथका जल आदि छोड़ दे।