तंत्रकुलपञ्चाङ्ग

तंत्रकुलपञ्चाङ्गकर्ता — आचार्य राजेश बेंजवाल
तंत्रगुरुकुल देहरादून, उत्तराखण्ड
Date and Location

Date: Friday, 2025-12-5

Time: 01:58:00 PM

Location: 30.3165°N, 78.0322°E, 600m (Dehradun)

सम्वत्सर

नाम: सिद्धार्थी

विक्रम सम्वत्: 2082

शक सम्वत्: 1947

कलि सम्वत्: 5126

सम्वत्सर विवरण

विक्रम सम्वत्: 2082

शक सम्वत्: 1947

युधिष्ठिर सम्वत्: 5164 Alpha

परशुराम सम्वत्: 8202 Alpha

कलि सम्वत्: 5126

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा: 2025-03-30

तिथि

उदयकालिक: प्रतिपदा (नन्दा तिथि)

पूर्णता: 11.26%

परिवर्तन:
  • प्रतिपदा → द्वितीया 00:56 IST
नक्षत्र

वर्तमान: मृगशिरा

पाद: 1

परिवर्तन:
  • रोहिणी → मृगशिरा 11:46 IST
योग

उदयकालिक: सिद्ध

पूर्णता: 94.19%

परिवर्तन:
  • सिद्ध → साध्य 08:08 IST
  • साध्य → शुभ 03:48 IST
करण

उदयकालिक: बालव

पूर्णता: 22.51%

परिवर्तन:
  • बालव → कौलव 14:48 IST
  • कौलव → तैतिल 00:56 IST
चान्द्रमास

अमान्त: मार्गशीर्ष

पूर्णिमान्त: पौष

पक्ष: कृष्ण

सौरमास

राशि: वृश्चिक

मास: कार्तिक (गढ़वाली: कार्तिक ) Alpha

गति: 19 प्रविष्टे

उदय एवं अस्त समय
☉ सूर्य

उदय: 07:00 IST

अस्त: 17:17 IST

मध्य पारगमन: 12:08 IST

☽ चन्द्र

उदय: 16:28 IST

अस्त: 07:23 IST

मध्य पारगमन: 23:53 IST

संक्रांति विवरण

वर्तमान राशि: वृश्चिक

ऋतु: हेमन्त

अयन: दक्षिणायने

राशि में स्थिति: 19.23° (10.77° to next)

राशि प्रवेश: 2025-11-16

वर्तमान राशि में दिन: 19 दिन

अगली राशि: धनु

अगली संक्रांति: 2025-12-16

मुहूर्त योगादि विवरण
दिन-रात्रि मान
दिनमान: 25.71 घटी रात्रिमान: 34.33 घटी
अग्निचक्र

🌙 चन्द्र - अग्निचक्र चन्द्र में होने से यज्ञादि कर्म लाभदायक

अग्निवास
पाताल
10:51 IST(2025-12-04) - 07:00 IST(2025-12-05)
पृथ्वी
07:00 IST(2025-12-05) - 00:56 IST
पृथ्वी
00:56 IST(2025-12-05) - 07:00 IST(2025-12-06)
शिव वास

🌸 गौरी पार्श्व में - सुख और सम्पदा

अशुभ काल
राहुकाल: 10:51 IST - 12:08 IST गुलिककाल: 09:34 IST - 10:51 IST यमकण्टक: 14:42 IST - 15:59 IST
क्रकचादि योग
कोई योग नहीं
सर्वार्थसिद्धि योग
सर्वार्थसिद्धि योग नहीं है
रवि योग विवरणBeta
रवि योग नहीं है
अमृतसिद्धि योग
अमृतसिद्धि योग नहीं है
शुभ मुहूर्त/काल विवरण
ब्रह्ममुहूर्त
05:11 IST - 06:06 IST (55 minutes)
गोधूली वेला
06:48 IST - 07:12 IST (24 मिनट)
अभिजितमुहूर्त
11:47 IST - 12:29 IST (41 minutes)
दिन-रात्रि प्रहर
दिन:
पूर्वाह्न: 07:00 IST-09:34 IST
मध्याह्न: 09:34 IST-12:08 IST
अपराह्न: 12:08 IST-14:42 IST
सांयकाल: 14:42 IST-17:17 IST
रात्रि:
प्रदोष: 17:17 IST-20:43 IST
निशीथ: 20:43 IST-00:09 IST
त्रियामा: 00:09 IST-03:35 IST
उषा: 03:35 IST-07:01 IST
ग्रह उदय-अस्त
शुक्र:
Asta: 2025-12-05 (7.68°)
Uday: 2026-02-13 (9.12°)
बृहस्पति:
Asta: 2026-07-14 (10.82°)
Uday: 2026-08-13 (11.25°)
भद्रा विचार
❌ भद्रा नहीं है।

ग्रह स्थिति

ग्रह स्थिति
ग्रह राशि स्थिति नक्षत्र गति वेग समय (IST) अवस्था उदय/अस्त
⌂ लग्न मीन 19° 49' 50" रेवती पाद 1 - - - - -
☉ सूर्य वृश्चिक 19° 13' 54" ज्येष्ठा पाद 1 मार्गी 1.0019° 07:00 IST
17:17 IST
12:08 IST
कुमार उदय
☽ चन्द्र वृषभ 24° 44' 28" मृगशिरा पाद 1 मार्गी 15.2825° 16:28 IST
07:23 IST
23:53 IST
बाल उदय
☿ बुध तुला 28° 54' 33" विशाखा पाद 3 मार्गी 0.7782° 05:22 IST
16:10 IST
10:46 IST
मृत उदय
♀ शुक्र वृश्चिक 11° 27' 4" अनुराधा पाद 3 मार्गी 1.2508° 06:23 IST
16:48 IST
11:36 IST
वृद्ध अस्त
♂ मंगल वृश्चिक 28° 18' 39" ज्येष्ठा पाद 4 मार्गी 0.7399° 07:45 IST
17:50 IST
12:48 IST
बाल अस्त
♃ बृहस्पति कर्क 0° 0' 38" पुनर्वसु पाद 4 🔄 वक्र गति -0.0733° 20:08 IST
10:02 IST
03:03 IST
मृत उदय
♄ शनि मीन 0° 59' 2" पूर्व भाद्रपद पाद 4 मार्गी 0.0130° 13:13 IST
00:58 IST
19:06 IST
मृत उदय
☊ राहु कुम्भ 19° 21' 39" शतभिषा पाद 4 🔄 वक्र गति -0.0530° - - -
☋ केतु सिंह 19° 21' 39" पूर्व फाल्गुनी पाद 2 🔄 वक्र गति -0.0530° - - -

📜 दैनिक मुहूर्त (दिन) 📜

🔢 # 📛 नाम 🕉️ प्रकार 🕰️ आरंभ ⏳ समाप्ति ⏱️ अवधि
1 रुद्र अशुभ 07:00 IST 07:41 IST 41 minutes
2 अहि अशुभ 07:41 IST 08:22 IST 41 minutes
3 मित्र शुभ 08:22 IST 09:03 IST 41 minutes
4 पितृ अशुभ 09:03 IST 09:44 IST 41 minutes
5 वसु शुभ 09:44 IST 10:25 IST 41 minutes
6 वाराह शुभ 10:25 IST 11:06 IST 41 minutes
7 विश्वदेव शुभ 11:06 IST 11:47 IST 41 minutes
8 अभिजित शुभ 11:47 IST 12:29 IST 41 minutes
9 सतमुखी अशुभ 12:29 IST 13:10 IST 41 minutes
10 पुरुहुत अशुभ 13:10 IST 13:51 IST 41 minutes
11 वाहिनी अशुभ 13:51 IST 14:32 IST 41 minutes
12 नैर्ऋति अशुभ 14:32 IST 15:13 IST 41 minutes
13 वरुण शुभ 15:13 IST 15:54 IST 41 minutes
14 अर्यमा शुभ 15:54 IST 16:35 IST 41 minutes
15 भग अशुभ 16:35 IST 17:17 IST 41 minutes

📜 दैनिक मुहूर्त (रात्रि) 📜

🔢 # 📛 नाम 🕉️ प्रकार 🕰️ आरंभ ⏳ समाप्ति ⏱️ अवधि
1 गिरीश अशुभ 17:17 IST 18:11 IST 55 minutes
2 अजपाद अशुभ 18:11 IST 19:06 IST 55 minutes
3 अहिरबुध्न्य शुभ 19:06 IST 20:01 IST 55 minutes
4 पुष्णव शुभ 20:01 IST 20:56 IST 55 minutes
5 अश्विनी शुभ 20:56 IST 21:51 IST 55 minutes
6 यम अशुभ 21:51 IST 22:46 IST 55 minutes
7 अग्नि शुभ 22:46 IST 23:41 IST 55 minutes
8 विधाता शुभ 23:41 IST 00:36 IST 55 minutes
9 कण्ड शुभ 00:36 IST 01:31 IST 55 minutes
10 अदिति शुभ 01:31 IST 02:26 IST 55 minutes
11 अमृत शुभ 02:26 IST 03:21 IST 55 minutes
12 विष्णु शुभ 03:21 IST 04:16 IST 55 minutes
13 अर्क शुभ 04:16 IST 05:11 IST 55 minutes
14 ब्रह्म शुभ 05:11 IST 06:06 IST 55 minutes
15 समुद्र शुभ 06:06 IST 07:01 IST 55 minutes

संकल्प

संकल्प

ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णुः नमः परमात्मने पुरुषोत्तमाय ॐ तत्सत् अद्यैतस्य विष्णोराज्ञया जगत्सृष्टिकर्मणि प्रवर्तमानस्य ब्रह्मणो द्वितीयपरार्द्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे कलियुगे तत्प्रथमचरणे जम्बूद्वीपे भारतवर्षे भरतखण्डे विष्णुप्रजापतिक्षेत्रे क्षेत्रे ....... प्रदेशान्तर्गत ....... जिलान्तर्गत ........... स्थाने बौद्धावतारे सिद्धार्थी नाम संवत्सरे 2082 विक्रमाब्दे 1947 शकाब्दे दक्षिणायने हेमन्त ऋतौ मार्गशीर्षमासे कृष्णपक्षे वृषभराशिस्थिते चन्द्रे वृश्चिकराशिस्थिते सूर्ये कर्कराशिस्थिते देवगुरौ वृश्चिकराशिस्थिते भौमे तुलाराशिस्थिते बुधे वृश्चिकराशिस्थिते शुक्रे मीनराशिस्थिते शनौ कुम्भराशिस्थिते राहौ सिंहराशिस्थिते केतौ सर्वेषु ग्रहेषु यथास्वं राशि स्थितेषु सत्सु एवं ग्रहगण विशिष्टायां शुभ पुण्यतिथौ प्रतिपदायां तिथौ शुक्रवासरे मृगशिरा नाम नक्षत्रे सिद्ध योगे बालव करणे _______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मा/वर्मा/गुप्तोऽहं ममात्मनः सर्वारिष्टनिरसनपूर्वक सर्वपापक्षयार्थं मनसेप्सितफलप्राप्तिपूर्वक—श्रुतिस्मृतिपुराणोक्तफलप्राप्त्यर्थं दीर्घायुरारोग्यैश्वर्यादिवृद्ध्यर्थं श्रीसाम्बसदाशिवप्रीत्यर्थञ्च लिङ्गोपरि यथोपचारैः श्रीसाम्बसदाशिवपूजनपूर्वकं जलधारया षडङ्गरुद्रेण/रुद्रैकादशिन्या/लघुरुद्रेण रुद्राभिषेकं _______ गोत्रोत्पन्न _______ शर्मणा ब्राह्मणद्वारा कारयिष्ये वा स्वयं कर रहे हों तो अहं ​करिष्ये कहकर हाथका सङ्कल्पजल आदि छोड़ दे।

पुनः हाथमें जल, अक्षत, पुष्प तथा कुश लेकर बोले- तदङ्गत्वेन कार्यस्य निर्विघ्नतया सिद्धयर्थं श्रीसिद्धलक्ष्मीसहितमहागणपतिदेवता प्रीत्यर्थञ्च आदौ श्रीसिद्धलक्ष्मीसहित महागणपतिदेवताया: पूजनं करिष्ये, कहकर हाथका जल आदि छोड़ दे।