'शिव' शब्द को केवल एक देवता की संज्ञा मात्र न मानते हुए , उसे 'तत्त्वमसि' जैसे महावाक्यों के समान ही एक सम्पूर्ण सूत्र के रूप में प्रतिष्ठित करता है।
This document is available for immediate download.